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इंट्रालेज लेजर का उपयोग आपकी आंख की सामने वाली सतह पर ऊतक का एक पतला और टिका हुआ फ्लैप बनाने के लिए किया जाता है। इस फ्लैप को उठाया जाता है, ताकि इसके नीचे कुछ कॉर्नियल ऊतक को हटाने के लिए एक्सीमर लेजर का उपयोग किया जा सके। ऊतक हटाने की मात्रा और स्थान आपके नेत्र रोग विशेषज्ञ द्वारा प्री-ऑपरेटिव एक्जामिनेशन और आपके दृष्टि लक्ष्यों के आधार पर निर्धारित किया जाता है।
अगर आप बेहतर दृष्टि पाने का आसान और प्रभावी तरीका ढूंढ रहे हैं, तो इंट्रालेज लेसिक सर्जरी आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प हो सकती है। यह सर्जिकल प्रक्रिया निकट दृष्टिदोष, दूरदर्शिता और दृष्टिवैषम्य सहित अलग-अलग प्रकार की दृष्टि समस्याओं को ठीक करने में मदद कर सकती है। इस ब्लॉग पोस्ट में हम इंट्रालेज लेसिक के फायदों पर चर्चा करेंगे। साथ ही आप जानेंगे कि कैसे यह विजुअल एक्विटी के मनचाहे स्तर को प्राप्त करने में आपकी मदद करती है।
प्रक्रिया के दौरान
इस प्रक्रिया से पहले आपकी आंखों को आई ड्रॉप्स से सुन्न किया जाता है। इसके बाद आपको एक आरामदायक बिस्तर पर लेटना होता है। फिर सर्जन आपके कॉर्निया में एक पतला फ्लैप बनाने के लिए माइक्रोकेराटोम या फेम्टोसेकेंड लेजर नाम के खास उपकरण का उपयोग करते हैं। लेजर अपने घुमाव को बदलने के लिए ऊतक के छोटे-छोटे टुकड़ों को हटाकर कॉर्निया को दोबारा आकार देती है।
इस सर्जिकल प्रक्रिया से निकट दृष्टि, दूरदर्शिता और दृष्टिवैषम्य को ठीक करने में मदद मिलती है। फिर, फ्लैप को बदल दिया जाता है और आप टांके की जरूरत के बिना ठीक हो सकते हैं। फ्लैप बनने के बाद आपके कॉर्निया को फिर से आकार देने के लिए लेजर का उपयोग शामिल है। एक बार दोबारा आकार देने के बाद फ्लैप को बदला और ठीक होने के लिए छोड़ दिया जाता है। इस पूरी प्रक्रिया में आमतौर पर 30 मिनट से भी कम समय लगता है और आप तुरंत बेहतरीन नतीजे देख सकते हैं।
इंट्रालेज लेसिक के फायदे इस प्रकार हैं:
अगर आप इंट्रालेज लेसिक पर विचार कर रहे हैं, तो आपको यह देखने के लिए एक अनुभवी नेत्र रोग विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए कि क्या यह आपके लिए सही उपचार विकल्प है।
इंट्रालेज लेसिक से जुड़े बहुत कम जोखिम हैं। हालांकि, किसी भी सर्जरी की तरह इसमें हमेशा जटिलताओं का एक छोटा जोखिम होता है, जैसे:
यह इंट्रालेज लेसिक से जुड़ी सबसे आम जटिलता है। ऐसा तब होता है, जब सर्जरी के दौरान कॉर्नियल फ्लैप ठीक से नहीं बनता है या डैमेज हो जाता है।
यह एक दुर्लभ जटिलता है, जो किसी भी प्रकार की सर्जरी के बाद हो सकती है। ऐसे में इंफेक्शन का जोखिम कम करने के लिए ऑपरेशन के बाद देखभाल के सभी निर्देशों का पालन करना जरूरी है।
यह एक बहुत ही दुर्लभ जटिलता है, जो किसी भी प्रकार की अपवर्तक सर्जरी के साथ हो सकती है। हालांकि, अन्य प्रक्रियाओं की तुलना में लेसिक सर्जरी के साथ जोखिम बहुत कम है।
अगर आप इंट्रालेज लेसिक पर विचार कर रहे हैं, तो आपको प्रक्रिया के जोखिमों और फायदों के बारे में ज्यादा जानने के लिए एक अनुभवी नेत्र रोग विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए।
इंट्रालेज लेसिक कितने समय तक चलती है?
आमतौर पर इंट्रालेज लेसिक सर्जरी करवाने वाले ज्यादातर लोगों को अपनी दृष्टि में दोबारा सुधार की जरूरत नहीं होती है। अध्ययनों से पता चला है कि जो मरीज इस प्रकार की सर्जिकल प्रक्रिया से गुजरते हैं, उनमें बहुत से मरीजों के पास सर्जरी के 10 साल बाद भी 20/20 दृष्टि या बेहतर होती है। यह एक आउट पेशेंट ऑपरेशन है, जिसमें आमतौर पर प्रति आंख लगभग 5 से 10 मिनट लगते हैं और प्रक्रिया के दौरान आप जागते रहते हैं।
इस सवाल का कोई आसान जवाब नहीं है कि इंट्रालेज लेसिक या पारंपरिक लेसिक में से किस प्रकार की दृष्टि सुधार सर्जरी ज्यादा बेहतर है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि दोनों सर्जिकल प्रकियाओं के अपने फायदे और नुकसान होते हैं। हालांकि, सर्जरी का सबसे अच्छा प्रकार मरीज की व्यक्तिगत स्थिति पर निर्भर करता है। यह एक नई प्रकार की लेसिक सर्जरी है, जो ब्लेड के बजाय कॉर्नियल फ्लैप बनाने के लिए लेजर का उपयोग करती है। यह फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि इससे ज्यादा सटीक चीरे लगाने में मदद मिलती है।
इंट्रालेज लेसिक सर्जरी आपको दृष्टि से संबंधित बेहतर नतीजे प्रदान करती है। इसके अलावा पारंपरिक लेसिक सर्जरी के मुकाबले इसमें जटिलताओं का जोखिम कम होता है। हालांकि, इंट्रालेज लेसिक पारंपरिक लेसिक सर्जरी से ज्यादा महंगी है। इसके अलावा इंट्रालेज लेसिक एक नई तकनीक है और इसकी दीर्घकालिक सुरक्षा के साथ-साथ प्रभावशीलता पर कम डेटा उपलब्ध है। मरीज के लिए किस प्रकार की दृष्टि सुधार सर्जरी सही है, इसका फैसला व्यक्तिगत होता है। ऐसे में एक सूचित फैसला लेने के लिए मरीजों को अपने डॉक्टर से सभी विकल्पों पर चर्चा करनी चाहिए।
इस प्रकार इंट्रालेज लेसिक उन लोगों के लिए सबसे अच्छा विकल्प है, जो अच्छी गुणवत्ता वाली दृष्टि का अनुभव चाहते हैं। इसके अलावा पतली कॉर्निया वाले लोगों के लिए भी इंट्रालेज लेसिक को एक बढ़िया विकल्प माना जाता है। इसे उच्च सफलता दर और कम जटिलता दर के साथ एक प्रभावी उपचार विकल्प के तौर पर दिखाया गया है।
अगर आप इससे संबंधित ज्यादा जानकारी या मार्गदर्शन चाहते हैं, तो आज ही आई मंत्रा से संपर्क करना सुनिश्चित करें। यह प्लेटफॉर्म आपकी आंखों के लिए सबसे एडवांस सर्जिकल विकल्प प्रदान करता है, जिसमें पीआरके, फेम्टो लेसिक, स्माइल सर्जरी, स्टैंडर्ड लेसिक और कॉन्ट्यूरा विजन शामिल हैं। अगर आपके पास लेसिक सर्जरी, लेसिक सर्जरी की कीमत और लेसिक सर्जरी की प्रक्रिया को लेकर कोई सवाल हैं, तो हमें +91-9711116605 पर कॉल करें। आप हमें eyemantra1@gmail.com पर ईमेल भी कर सकते हैं।
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