Contents
- 1 लेसिक क्या है – What Is Lasik In Hindi
- 2 लेसिक के बाद सूखी आंखों के लक्षण – Symptoms Of Dry Eyes After Lasik In Hindi
- 3 लेसिक के बाद सूखी आंखों के कारण – Causes Of Dry Eyes After Lasik In Hindi
- 4 लेसिक के बाद सूखी आंखों से जुड़े जोखिम – Risks Associated With Dry Eyes After LASIK In Hindi
- 5 लेसिक के बाद सूखी आंखों के लिए सुझाव – Tips For Dry Eyes After Lasik In Hindi
- 6 निष्कर्ष – Conclusion In Hindi
लेसिक क्या है – What Is Lasik In Hindi
आमतौर पर लेसिक के बाद सूखी आंखें होना सामान्य है। यह एक प्रकार की अपवर्तक सर्जरी है, जिससे अपवर्तक त्रुटियों के इलाज में मदद मिलती है। इनमें निकट दृष्टिदोष (मायोपिया), दूरदर्शिता (फरसाइटेडनेस) और दृष्टिवैषम्य (एस्टिग्मैटिज्म) जैसी दृष्टि समस्याएं शामिल है। इस प्रक्रिया में कॉर्निया को फिर से आकार देने के लिए सर्जन लेजर का उपयोग करते हैं, जो आंख की स्पष्ट बाहरी परत होती है।
लेसिक की सर्जिकल प्रक्रिया अपने फायदों के कारण आज तेजी से लोकप्रिय होती जा रही है। दुनिया भर में हर साल 700,000 से ज्यादा लोग लेसिक सर्जरी करवाते हैं और ज्यादातर मरीज सर्जरी के बाद 20/20 दृष्टि या बेहतर प्राप्त होने की रिपोर्ट देते हैं। इससे सप्ष्ट होता है कि यह सर्जरी दृष्टि में सुधार करने का एक बहुत ही प्रभावी तरीका है। हालांकि, सभी सर्जरी की तरह लेसिक से भी कई संभावित दुष्प्रभाव हो सकते हैं, जिनमें से सूखी आंखें सबसे आम है।
क्या आप भी लेसिक की सर्जिकल प्रक्रिया करवा चुके लाखों लोगों में से एक हैं? अगर हां, तो आपके लिए प्रक्रिया के बाद दृष्टि में सुधार को लेकर की जाने वाली उम्मीद की जानकारी होना जरूरी है। सूखी आंखें लेसिक सर्जरी के सबसे आम दुष्प्रभावों में से एक है और यह कई हफ्तों या महीनों तक भी रह सकती है। इस ब्लॉग पोस्ट में हम लेसिक के बाद सूखी आंखों के लक्षण, कारण और सुझावों पर चर्चा करें, जिससे आपको किसी भी दृष्टि समस्या से बचने में मदद मिल सकती है।
लेसिक के बाद सूखी आंखों के लक्षण – Symptoms Of Dry Eyes After Lasik In Hindi
अगर आपके पास भी लेसिक के बाद सूखी आंखें हैं, तो इसके लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकते हैं। कुछ लोग सिर्फ हल्की असुविधा का अनुभव करते हैं, जबकि अन्य लोगों में ज्यादा गंभीर लक्षण हो सकते हैं। लेसिक के बाद सूखी आंखों के सबसे आम लक्षणों में शामिल हैं:
- जलन या थकान
- आंखों में लालपन
- कण या किरकिरापन महसूस होना
- जलन या चुभन का अहसास
- ज्यादा आंसू आना
- धुंधली दृष्टि
- कॉन्टैक्ट लेंस पहनने में कठिनाई
- प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता
- आँखों में चिपचिपा बलगम
यह सभी लक्षण अक्सर अस्थायी होते हैं और कुछ हफ्तों या महीनों में अपने आप ठीक हो जाते हैं। हालांकि, अगर आप इनमें से किसी भी लक्षण का अनुभव करते हैं, तो आपको जल्द से जल्द अपने नेत्र रोग विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए। इससे वह निर्धारित कर सकते हैं कि आपको उपचार की जरूरत है या नहीं।
लेसिक के बाद सूखी आंखों के कारण – Causes Of Dry Eyes After Lasik In Hindi
लेसिक एक अपेक्षाकृत तेज और दर्द रहित प्रक्रिया है, जिसकी सफलता दर उच्च है। हालांकि, किसी भी प्रकार की सर्जरी की तरह लेसिक से जुड़े कुछ जोखिम और दुष्प्रभाव भी हैं। इनमें निम्नलिखित शामिल हैं:
- लेसिक सर्जरी के सबसे आम दुष्प्रभावों में से एक सूखी आंखें है। यह समस्या आंख के पर्याप्त आंसू पैदा नहीं करने या आंख को आंसुओं से पर्याप्त चिकनाई नहीं मिलने पर होता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि सर्जरी कॉर्निया के आकार को बदल देती है। इससे आंखों के ऊपर आंसू बहने का तरीका बदल जाता है।
- इसके अलावा लेसिक की सर्जिकल प्रक्रिया आंसू उत्पादन में कमी का कारण बन सकती है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि सर्जरी के दौरान कॉर्निया में एक छोटा सा कट लगाना शामिल है। यह आंसू उत्पादन को नियंत्रित करने वाले तंत्रिका अंत को नुकसान पहुंचा सकता है।
- कई बार लेसिक सर्जरी से पहले और बाद में इस्तेमाल की जाने वाली कुछ दवाएं भी सूखी आंखों में योगदान कर सकती हैं। इनमें एंटीहिस्टामाइन, डीकॉन्गेस्टेंट और गर्भनिरोधक गोलियों के कुछ प्रकार की शामिल हैं।
- लेसिक सर्जरी की प्रक्रिया से गुजरने वाले लोग अक्सर सूखी आंखों के प्रति ज्यादा संवेदनशील होते हैं। इसके कई कारण हो सकते हैं, जिनमें ज्यादा उम्र, ड्राई आई सिंड्रोम का इतिहास या कुछ दवाओं का सेवन शामिल है।
यह सभी कारक लेसिक सर्जरी के बाद सूखी आंखों के विकास में योगदान कर सकते हैं।
लेसिक के बाद सूखी आंखों से जुड़े जोखिम – Risks Associated With Dry Eyes After LASIK In Hindi
सूखी आंखों के अलावा लेसिक सर्जरी से जुड़े कई अन्य जोखिम और दुष्प्रभाव भी हैं। इनमें निम्नलिखित शामिल हैं:
- दृष्टि में अस्थायी समस्या: इसका मतलब है कि आप सर्जरी के तुरंत बाद चकाचौंध, चमकते घेरे या दोहरी दृष्टि का अनुभव कर सकते हैं। हालांकि, यह दुष्प्रभाव आमतौर पर कुछ दिनों या हफ्तों में अपने आप दूर हो जाते हैं।
- इंफेक्शन: सर्जरी के दौरान बैक्टीरिया के आंख में जाने से इंफेक्शन हो सकता है। लेसिक के बाद इस तरह की समस्या से बचने और अपनी आंखों की देखभाल के बारे में जानने के लिए अपने डॉक्टर के निर्देशों का पालन करना भी बहुत जरूरी है।
- सूजन: अगर सर्जरी के बाद आपकी में सूजन है, तो इसका मतलब है कि आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली की सफेद रक्त कोशिकाएं क्षेत्र में इंफेक्शन से लड़ने के लिए काम कर रही हैं। लेसिक सर्जरी कभी-कभी सूजन का कारण बन सकती है। हालांकि, यह आमतौर पर हल्की होती है और कुछ दिनों में अपने आप ठीक हो जाती है।
- कॉर्नियल फ्लैप की जटिलताएं: कुछ मामलों में लेसिक सर्जरी के दौरान बनाया गया कॉर्नियल फ्लैप ठीक से रिकवर नहीं होता है। इससे आपको दृष्टि संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। कई बार दुर्लभ मामलों में आपको दूसरी सर्जरी की जरूरत हो सकती है।
- दृष्टि का कम या ज्यादा सुधार: कुछ मामलों में लेसिक सर्जरी आपकी दृष्टि को उतनी सही नहीं करती है, जितनी आपने उम्मीद की थी। जबकि, अन्य मामलों में यह आपकी दृष्टि को बहुत ज्यादा सही कर सकती है
लेसिक की सर्जिकल प्रक्रिया से गुजर चुके ज्यादातर लोग किसी भी जटिलता का अनुभव नहीं करते हैं। हालांकि, किसी भी प्रक्रिया से पहले आपको संभावित जोखिमों और दुष्प्रभावों के बारे में जरूर जानना चाहिए। अगर आप लेसिक सर्जरी पर विचार कर रहे हैं, तो अपने डॉक्टर से सभी जोखिमों और फायदों पर पहले ही चर्चा करना सुनिश्चित करें।
लेसिक के बाद सूखी आंखों के लिए सुझाव – Tips For Dry Eyes After Lasik In Hindi
अगर आप लसिक के बाद सूखी आंखों का अनुभव कर रहे हैं, तो उपचार के कुछ अलग विकल्प उपलब्ध हैं। डॉक्टर आपकी आंखों को लुब्रिकेट करने के लिए बनावटी आंसू या मलहम के उपयोग की सलाह देते हैं। आपको अपने घर में ह्यूमिडिफायर का उपयोग भी करना पड़ सकता है, ताकि आपकी आंखों को बहुत ज्यादा सूखने से बचाया जा सके। कुछ मामलों में डॉक्टर आपकी सूखी आंखों के इलाज के लिए दवा लिखते हैं। इससे आंसू उत्पादन को बढ़ाने या आंखों की सूजन कम करने में मदद मिलती है। सूखी आंखों के लिए कुछ सामान्य प्रकार की दवाओं में शामिल हैं:
- एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएं: इससे आंखों की सूजन कम करने में मदद मिलती है।
- इम्यूनोमॉड्यूलेटर्स: यह आंख में प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया कम करते हैं।
- टियर एनहांस: यह आंसू उत्पादन को बढ़ाते हैं।
बिना प्रस्क्रिप्शन वाले उपचारों से सूखी आंखें ठीक नहीं होने पर अपने डॉक्टर से बात करें। वह आपको ज्यादा बेहतर दवा या अलग उपचार विकल्प का सुझाव दे सकते हैं।
लेसिक के बाद सूखी आंखों को प्रबंधित करने के लिए आप कुछ अन्य तरीके अपना सकते हैं, जैसे:
- धूम्रपान और अन्य परेशानियों से बचना।
- कंप्यूटर स्क्रीन फिल्टर का उपयोग करना।
- हवा और धूल को रोकने में मदद करने के लिए धूप का चश्मा या खास चश्मा पहनना
- स्वस्थ आहार का सेवन।
- खूब सारे तरल पदार्थ पीकर हाइड्रेटेड रहना।
यह सभी तरीके और चिकित्सा उपचार लेसिक के बाद सूखी आंखों के लक्षणों को कम करने में आपकी मदद कर सकते हैं। अगर आपको अभी भी अपनी सूखी आंखों को प्रबंधित करने में कठिनाई हो रही है, तो अपने लक्षणों और उपचार विकल्पों की जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से बात करना सुनिश्चित करें। उचित उपचार के साथ ज्यादातर लोग सूखी आंखों को प्रबंधित करने में सक्षम होते हैं और लेसिक सर्जरी के बाद अच्छी दृष्टि का आनंद लेते हैं।
निष्कर्ष – Conclusion In Hindi
लेसिक सर्जरी के बाद सूखी आंखें लोगों के लिए बड़ी परेशानी हो सकती हैं। हालांकि, इसके लक्षणों को कम करने में मदद के लिए कई उपचार विकल्प उपलब्ध हैं। इसके अलावा लेसिक के बाद सूखी आंखों का अनुभव कर रहे लोगों को अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। वह आपके लिए सबसे बेहतर उपचार विकल्प की जानकारी देने में सक्षम हैं।
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