Contents
- 1 लेसिक सर्जरी क्या है – What Is Lasik Surgery In Hindi
- 2 क्या भारतीय सेना में लेसिक की अनुमति है – Is Lasik Allowed In Indian Army In Hindi
- 3 बुनियादी नियम क्या हैं – What Are Basic Rules In Hindi
- 4 लेसिक के बाद सावधानियां – Precautions After Lasik In Hindi
- 5 आंखों का नम्बर कम करने के लिए सुझाव – Tips To Reduce Eye Number In Hindi
- 6 निष्कर्ष – Conclusion In Hindi
लेसिक सर्जरी क्या है – What Is Lasik Surgery In Hindi
अगर आप भी भारतीय सेना में लेसिक के बारे में जानना चाहते हैं, तो आपके लिए यह ब्लॉग पोस्ट बहुत फायदेमंद हो सकता है। लेसिक एक प्रकार की अपवर्तक सर्जरी है, जिसका उपयोग निकट दृष्टि, दूरदर्शी या दृष्टिवैषम्य वाले लोगों में दृष्टि सुधार के लिए किया जाता है। इस प्रक्रिया में सर्जन कॉर्निया यानी आंख की साफ बाहरी परत को फिर से आकार देने के लिए लेजर का उपयोग करते हैं।
इस प्रकार की सर्जरी चश्मे या कॉन्टैक्ट लेंस की जरूरत को कम या खत्म कर सकती है। लेसिक सर्जरी एफडीए द्वारा अप्रूव है, जिसे दृष्टि में सुधार करने का एक सुरक्षित और प्रभावी तरीका माना जाता है। यह सर्जरी आमतौर पर एक आउट पेशेंट के आधार पर की जाती है यानी आपको रात भर अस्पताल में नहीं रहना पड़ेगा। ऐसे में अगर आप भी लेसिक सर्जरी पर विचार कर रहे हैं, तो आपके लिए जानना जरूरी है कि क्या भारतीय सेना में इसकी अनुमति है।
लेसिक सर्जरी उन लोगों के लिए एक लोकप्रिय विकल्प है, जो अपनी दृष्टि में सुधार करना चाहते हैं। इसके अलावा दृष्टि की समस्या वाले लोगों के लिए यह बेहतरीन विकल्प हो सकती है। यह आपको चश्मे या कॉन्टैक्ट लेंस की जरूरत के बिना साफतौर से देखने में मदद करती है। हालांकि, बहुत से लोग नहीं जानते हैं कि भारतीय सेना में लेसिक की अनुमति है या नहीं। इस ब्लॉग पोस्ट में हम आपको लेसिक और भारतीय सेना के बारे में जानने के लिए जरूरी सभी चीजों पर चर्चा करेंगे।
क्या भारतीय सेना में लेसिक की अनुमति है – Is Lasik Allowed In Indian Army In Hindi
इसका कोई सीधा जवाब नहीं है, क्योंकि सेना में अलग-अलग सैनिकों के लिए अलग-अलग नीतियां होती हैं। यह सेना में आपकी स्थिति और आपके कमांडिंग ऑफिसर के कहने पर निर्भर करता है। ऐसे में अगर आप भारतीय सेना में सेवा करते समय लेसिक सर्जरी पर विचार कर रहे हैं, तो आप कुछ सामान्य दिशानिर्देशों का पालन कर सकते हैं। सबसे पहले आपको समझना चाहिए कि लेसिक एक वैकल्पिक सर्जरी है। इसका मतलब यह आपके स्वास्थ्य या कल्याण के लिए जरूरी नहीं है और कॉस्मेटिक उद्देश्यों के लिए है।
सेना अपने सैनिकों के लिए लेसिक सर्जरी को मंजूरी देने के लिए उत्सुक नहीं हो सकती है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि उन्हें यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि आप सेवा करने के लिए पूरी तरह फिट हैं। साथ ही सर्जरी का आपके काम करने की क्षमता पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ेगा। अगर आपकी सर्जरी हुई है, तो आपको सफल सर्जरी सुनिश्चित करने के लिए स्वस्थ जीवनशैली, खाने की अच्छी आदतें रखनी चाहिए और आपका रेटिना स्वस्थ होना चाहिए। इस तरह चश्मे के साथ या बिना चश्मे के 6/6 की दृष्टि लेसिक सर्जरी के लिए अच्छी मानी जाती है।
आमतौर पर सेना में सूचीबद्ध सैनिकों की तुलना में अधिकारियों के लिए लेसिक सर्जरी को मंजूरी देने की ज्यादा संभावना है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि अधिकारियों के नेतृत्व की स्थिति में होने की ज्यादा संभावना है और अपने कर्तव्यों को प्रभावी ढंग से करने के लिए साफ दृष्टि रखने की जरूरत है। कुल मिलाकर भारतीय सेना में सेवा करते हुए लेसिक सर्जरी करवा सकते है, लेकिन इसकी कोई गारंटी नहीं है। यह सेना में आपकी स्थिति और आपके कमांडिंग ऑफिसर के कहने पर निर्भर करता है। अगर आप लेसिक सर्जरी पर विचार कर रहे हैं, तो फैसला लेने से पहले अपने डॉक्टर से बात करना और सभी तथ्यों को जानना सुनिश्चित करें।
बुनियादी नियम क्या हैं – What Are Basic Rules In Hindi
आमतौर पर किसी भी प्रकार की सर्जरी करवाने से पहले आपको प्रत्येक सेना के बुनियादी नियमों और योग्यता की जांच करनी होगी। लेसिक सर्जरी की आमतौर पर भारतीय सेना में अनुमति नहीं है, जब तक कि सेना के मेडिकल बोर्ड द्वारा छूट नहीं दी जाती है। प्रत्येक नौसेना, सेना या वायु सेना के लिए कुछ बुनियादी नियम हैं। ऐसे ही कुछ नियन निम्नलिखित हैं:
भारतीय नौसेना के लिए
आमतौर पर भारतीय नौसेना की वर्तमान नीति के अनुसार, कोई भी सैनिक जो लेसिक सर्जरी से गुजरना चाहता है, उनकी दोनों आंखों में कम से कम 6/60 दृष्टि होनी चाहिए। इसके अलावा 40 साल से ज्यादा उम्र वाले किसी व्यक्ति के लिए इस सर्जरी की सिफारिश नहीं की जाती है। साथ ही आपको कम से कम 3 साल की सर्विस पूरी करनी चाहिए। आपको एक विस्तृत आवेदन भी जमा करना होगा, जो निम्नलिखित दस्तावेजों द्वारा समर्थित होना चाहिए:
- नेत्र रोग विशेषज्ञ की एक विस्तृत रिपोर्ट, जिसमें आपके विजुअल एक्विटी टेस्ट के नतीजे, रिफ्रेक्शन और केराटोमेट्री रीडिंग शामिल हैं।
- आपके कमांडिंग ऑफिसर से अनापत्ति प्रमाण पत्र।
- पिछले 5 वर्षों के लिए आपका मेडिकल रिकॉर्ड।
- नजदीकी सैन्य अस्पताल/कमांड अस्पताल के नेत्र विज्ञान विभाग प्रमुख से सिफारिश।
भारतीय सेना के लिए
अगर आप भारतीय सेना में रहते हुए लेसिक सर्जरी करवाना चाहते हैं, तो आपको कुछ चीजों के बारे में जानना जरूरी है। सबसे पहले आपको इस तथ्य की जानकारी होनी चाहिए कि भारतीय सेना में लेसिक की अनुमति है। हालांकि, इस सर्जरी पर कुछ प्रतिबंध लगाए गए हैं। सबसे जरूरी प्रतिबंध यह है कि आपकी लेसिक सर्जरी एक बोर्ड-प्रमाणित नेत्र रोग विशेषज्ञ द्वारा की जानी चाहिए। ऐसा इसलिए है, क्योंकि भारतीय सेना सुनिश्चित करना चाहती है कि सिर्फ सबसे अच्छे सर्जन ही अपने सैनिकों पर यह सर्जरी कर रहे हैं।
एक अन्य जरूरी प्रतिबंध यह है कि आप लेसिक सर्जरी के लिए सही उम्मीदवार होने से पहले कम से कम दो साल तक भारतीय सेना में रहे होंगे। यह सुनिश्चित करने के लिए है कि इतनी बड़ी सर्जरी से गुजरने से पहले आप एक स्थिर और विश्वसनीय सैनिक हैं। एक बार जब आप इन जरूरतों को पूरा कर लेते हैं, तो आपको अपने कमांडिंग ऑफिसर से एक पत्र प्राप्त करने की जरूरत होती है। इसमें कहा गया हो कि आपको लेसिक सर्जरी के लिए मंजूरी दे दी गई है। यह पत्र तब नेत्र रोग विशेषज्ञ को भेजा जाता है, जो आपकी सर्जरी करते हैं।
भारतीय वायु सेना के लिए
भारतीय वायु सेना अपने पायलटों के लिए सिर्फ एक प्रकार की दृष्टि सुधार सर्जरी की अनुमति देती है और यह पीआरके यानी फोटोरिफ्रेक्टिव केराटेक्टॉमी है। पायलट बनने के लिए आवेदक की आंखों की रोशनी चश्मे के साथ या बिना दोनों आंखों में 6/6 होनी चाहिए।
अगर किसी आवेदक की लेसिक सहित किसी भी प्रकार की अपवर्तक सर्जरी हुई है, तो उनका आवेदन अस्वीकार कर दिया जाएगा। इस नियम का एकमात्र अपवाद यह है कि अगर आवेदन की तारीख से पांच साल से ज्यादा समय पहले सर्जरी किया गया था और आवेदक की वर्तमान दृष्टि अभी भी 6/6 है।
लेसिक के बाद सावधानियां – Precautions After Lasik In Hindi
कुछ पोस्ट-ऑपरेटिव देखभाल दिशानिर्देश हैं, जिनका एक सफल और जल्द स्वास्थ्य फायदे सुनिश्चित करने के लिए सावधानी से पालन किया जाना जरूरी है। ऐसे ही कुछ दिशानिर्देशों में शामिल हैं:
- सर्जरी के बाद पहले कुछ दिनों के लिए अपनी आंखों को रगड़ने से बचें, क्योंकि इससे होने वाली नाजुक उपचार प्रक्रिया में बाधा आ सकती है।
- अपनी आंखों को चिकना रखने के लिए अपने सर्जन द्वारा बताए अनुसार आई ड्रॉप का उपयोग करना जरूरी है।
- उपचार की अवधि के दौरान आपको अपनी आंखें धूल, धुएं या किसी अन्य जलन के संपर्क में आने से भी बचानी चाहिए।
- सर्जरी के बाद पहली कुछ रातों में अपने सिर को थोड़ा ऊपर उठाकर सोने की सलाह दी जाती है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि इससे सूजन और परेशानी को कम करने में मदद मिलती है।
- सर्जरी के बाद कम से कम एक हफ्ते तक आपको ज़ोरदार गतिविधियों या संपर्क खेलों से बचना चाहिए।
- अपने उपचार की प्रगति की निगरानी के लिए निर्धारित अनुसार अपने सर्जन के साथ अनुवर्ती कार्रवाई करना याद रखें।
इन आसान पोस्ट-ऑपरेटिव देखभाल दिशानिर्देशों का पालन करके आप लेसिक सर्जरी से सफल और बिना जटिलता वाली रिकवरी सुनिश्चित कर सकते हैं। इस प्रकार लेसिक एक जीवन बदलने वाला अनुभव है, लेकिन आपके लिए सर्जरी के बाद अपनी आंखों की अच्छी देखभाल करना जरूरी है।
आंखों का नम्बर कम करने के लिए सुझाव – Tips To Reduce Eye Number In Hindi
आप सर्जरी का विकल्प चुने बिना अपनी आंखों की रोशनी में सुधार कर सकते हैं। ऐसे ही कुछ आसान और प्रभावी सुझाव इस प्रकार हैं:
- आंखों के व्यायाम करें: आंखों के कई व्यायाम दृष्टि को बेहतर बनाने में आपकी मदद कर सकते हैं। ऐसा ही एक व्यायाम ‘पामिंग’ तकनीक है, जिसमें गर्मी पैदा करने के लिए अपनी हथेलियों को आपस में रगड़ना और फिर उन्हें कुछ मिनटों के लिए अपनी आंखों पर रखना शामिल है। इससे आंखों की मांसपेशियों को आराम देने और हिस्से में रक्त परिसंचरण बेहतर बनाने में मदद मिलती है।
- दूर की वस्तु पर ध्यान दें: एक अन्य प्रभावी व्यायाम दूरी पर रखी वस्तु पर ध्यान केंद्रित करना और फिर इसे अपनी आंखों के करीब लना है। इससे आंखों की मांसपेशियां मजबूत होती है।
- स्वस्थ भोजन करें: अच्छी दृष्टि बनाए रखने में पौष्टिक आहार जरूरी भूमिका निभाता है। अपने आहार में खूब सारे फल और सब्जियां शामिल करें। साथ ही अंडे और दूध जैसे विटामिन ए से भरपूर स्वस्थ खाद्य पदार्थ का सेवन करें।
- धूम्रपान छोड़ें: यह आपकी आंखों की रोशनी के लिए सबसे खराब है, क्योंकि इससे मोतियाबिंद और मैकुलर डिजेनेरेशन के विकास का जोखिम बढ़ता है। ऐसे में दृष्टि सुधार के लिए धुम्रपान छोड़ना सबसे अच्छा है।
- सुरक्षात्मक चश्मा पहनें: अगर आप हानिकारक रसायनों या कणों के संपर्क में आने वाला कोई काम करते हैं, तो सुरक्षात्मक चश्मा से आपकी आंखों को नुकसान से बचाने में मदद मिलती है।
- नियमित रूप से आंखों की जांच करवाएं: आप अपनी आंखों की रोशनी के लिए सबसे अच्छी चीजों में से एक नियमित आंखों की जांच करवा सकते हैं। यह किसी भी समस्या का जल्द पता लगाने में फायदेमंद है। साथ ही आपको जरूरी उपचार प्राप्त करने में मदद मिलती है।
यह सुझाव बिना सर्जरी के आपकी आंखों की रोशनी को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं।
निष्कर्ष – Conclusion In Hindi
कुल मिलाकर भारतीय सेना में लेसिक की अनुमति का जवाब हां और ना दोनों में हो सकता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि यह सब सर्जरी के लिए आपकी उपयुक्तता पर निर्भर करता है। फिर, भले ही आपको अपने कमांडिंग ऑफिसर से हरी झंडी मिले या नहीं। ऐसे में सफल नतीजे सुनिश्चित करने के लिए सभी पोस्ट-ऑपरेटिव निर्देशों का सावधानी के साथ पालन करना सुनिश्चित करें।
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