Lasik - लेसिक

40 के बाद लेसिक: फायदे और जोखिम – Lasik After 40: Benefits And Risks In Hindi

लेसिक क्या है – What Is Lasik In Hindi

What Is Lasik?अगर आप भी लेसिक सर्जरी पर विचार कर रहे हैं, तो आपके लिए 40 के बाद लेसिक सर्जरी के फायदे और नुकसान जानना बहुत जरूरी है। लेसिक एक प्रकार की अपवर्तक सर्जरी है जिसका उपयोग दृष्टि समस्याओं को ठीक करने के लिए किया जाता है। यह एक सुरक्षित और प्रभावी प्रक्रिया है जिसका उपयोग 20 से ज्यादा वर्षों से किया जा रहा है।

आमतौर पर लेसिक सर्जरी का उपयोग अलग-अलग प्रकार की दृष्टि समस्याओं के इलाज में किया जाता है। इनमें निकट दृष्टिदोष (मायोपिया), दूरदर्शिता (हाइपरोपिया) और दृष्टिवैषम्य (एस्टिग्मैटिज्म) शामिल हैं। यह सर्जरी एक सामान्य प्रक्रिया है, जिससे लोग अपनी दृष्टि में सुधार करते हैं। हालांकि, ज्यादातर 40 से ज्यादा उम्र वाले लोगों को यह जानना चाहिए कि लेसिक उनके लिए सुरक्षित है या नहीं। इस ब्लॉग पोस्ट में हम 40 के बाद लेसिक सर्जरी की सुरक्षा का पता लगाएंगे। साथ ही लेसिक की प्रक्रिया से जुड़े कुछ सबसे सामान्य सवालों के जवाब देंगे।

क्या 40 के बाद लेसिक सुरक्षित है – Is Lasik Safe After 40 In Hindi

जी हां, 40 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए लेसिक सुरक्षित है। इस प्रक्रिया की सफलता दर बहुत ज्यादा है और इसे बहुत सुरक्षित माना जाता है। इसका मुख्य कारण यह है कि बढ़ती उम्र के साथ हमारी आंखों की रोशनी कम होने लगती है और हम प्रेसबायोपिया भी विकसित कर सकते हैं। यह तब होता है, जब आंख का लेंस पास की वस्तुओं पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाता है।

प्रेसबायोपिया से किसी व्यक्ति के लिए पढ़ने या कंप्यूटर का उपयोग करने जैसी रोजमर्रा की गतिविधियां बहुत मुश्किल हो सकती हैं। हालांकि, लेसिक इन दृष्टि समस्याओं को ठीक करने और जीवन की गुणवत्ता बेहतर बनाने में आपकी मदद कर सकती है। लेसिक सर्जरी के लिए कोई उम्र नहीं है, जब तक आपकी आंखें स्वस्थ हैं और आपकी दृष्टि आसानी से ठीक हो जाती है। 40 से 60 साल के बीच के 424 मरीजों के एक अध्ययन से पता चला है कि नतीजे आमतौर पर उम्र के आधार पर अलग नहीं होते हैं। जबकि, कुछ मामलों में बुजुर्ग मरीजों को दूसरी प्रक्रिया या अनुवर्ती उपचार की जरूरत होती है।

मोनोविजन

लेसिक एक प्रकार की दृष्टि सुधार सर्जरी है। यह खासतौर से 40 साल से ज्यादा उम्र वाले उन लोगों के लिए डिज़ाइन की गई है, जो प्रेसबायोपिया या उम्र से संबंधित दूरदर्शिता का अनुभव कर रहे हैं। इस सर्जरी से मरीजों को चश्मे या कॉन्टैक्ट लेंस की जरूरत के बिना साफ और तेज दृष्टि हासिल करने में मदद मिल सकती है। मोनोविजन लेसिक 40 साल से ज्यादा उम्र के मरीजों के लिए सुरक्षित और प्रभावी उपचार विकल्प है। आपके लिए यह ध्यान रखना जरूरी है कि इस सर्जरी से जुड़े कुछ संभावित जोखिम और दुष्प्रभाव हैं। ऐसे में इस प्रक्रिया से गुजरने से पहले अपने सर्जन के साथ मोनोविजन लेसिक के सभी संभावित जोखिमों और दुष्प्रभावों पर चर्चा करना जरूरी है।


40 के बाद लेसिक कब तक रहती है – How Long Does Lasik Last After 40 In Hindi

लेसिक सर्जरी एक स्थायी दृष्टि-सुधार समाधान है, जो 20 से ज्यादा वर्षों तक चल सकती है। यह लंबे समय तक चलने के लिए जानी जाती है, लेकिन ध्यान रखें कि लेसिक उम्र के अनुसार आपकी दृष्टि में होने वाले प्राकृतिक बदलावों को नहीं रोक सकती है। इसके बजाय यह सिर्फ पहले से मौजूद दृष्टि समस्याओं को ठीक करती है। ऐसे में प्रक्रिया के बाद विकसित होने वाली समस्याओं के लिए आपको किसी अन्य उपचार की जरूरत हो सकती है।

एफडीए के अनुसार, लेसिक सर्जरी के लिए उम्र से जुड़ा प्रतिबंध यह है कि मरीजों की उम्र 18 साल या उससे ज्यादा होनी चाहिए। हालांकि, वयस्क दृष्टि 19 और 40 की उम्र के बीच सबसे अच्छी होती है। ऐसे में इस सीमा के अंदर कोई भी व्यक्ति एक अच्छा उम्मीदवार है।

40 के बाद लेसिक के फायदे – Benefits Of Lasik After 40 In Hindi

40 के बाद लेसिक के कई फायदे हैं। इनमें से कुछ नीचे दिए गए हैं:

  • लेसिक के बाद आपको चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस पहनने की जरूरत नहीं होगी।
  • सर्जरी से जीवन में बाद में मोतियाबिंद होने की संभावना कम हो जाएगी।
  • यह आपकी दृष्टि में सुधार कर सकती है।
  • आंखों की लेसिक सर्जरी अपेक्षाकृत तेज और दर्द रहित है।
  • इसके नतीजे स्थायी हैं।
  • यह जटिलताओं की कम दर के साथ बहुत ही सुरक्षित प्रक्रिया है।

लेसिक सर्जरी आमतौर पर 40 साल से ज्याादा उम्र के लोगों के लिए सुरक्षित होती है। इसके जोखिम अपेक्षाकृत कम हैं और फायदे ज्यादा हो सकते हैं। ऐसे में अगर आप भी लेसिक सर्जरी पर विचार कर रहे हैं, तो यह पता लगाने के लिए कि क्या यह आपके लिए सही है, एक योग्य सर्जन से परामर्श करना सुनिश्चित करें।

40 के बाद लेसिक के जोखिम – Risk Of Lasik After 40 In Hindi

लेसिक सर्जरी से जुड़े कई जोखिम कारक हैं, लेकिन वह 40 साल से ज्यादा उम्र के मरीजों में ज्यादा हो सकते हैं। इनमें शामिल हैं:

सूखी आंखें

यह लेसिक सर्जरी का एक सामान्य दुष्प्रभाव है और पुराने मरीजों में ज्यादा गंभीर हो सकता है। इसके अलावा सूखी आंखें असुविधा और धुंधली दृष्टि का कारण बन सकती हैं।

चकाचौंध और चमकते घेरे

चमकदार रोशनी के आसपास चकाचौंध और चमकते घेरे लेसिक सर्जरी का एक अन्य आम दुष्प्रभाव है। यह लक्षण पुराने मरीजों के लिए ज्यादा परेशान करने वाले हो सकते हैं, जो पहले से ही प्रेसबायोपिया जैसे उम्र से संबंधित दृष्टि बदलावों का अनुभव कर रहे हैं।

कम या ज्यादा सुधार

40 साल से ज्यादा उम्र के मरीजो को उनकी दृष्टि में कम या ज्यादा सुधार के कारण अन्य लेजर उपचार की जरूरत हो सकती है।

वापसी

वापसी लेसिक सर्जरी की दुर्लभ और संभावित जटिलता है, जिसमें मरीज की दृष्टि समय के साथ खराब होने लगती है। बुजुर्ग मरीजों में यह जटिलता ज्यादा होने की संभावना हो सकती है।

इनमें से किसी भी जटिलता के विकसित होने का जोखिम अपेक्षाकृत कम है और लेसिक सर्जरी कराने वाले ज्यादातर मरीजों को बेहतरीन नतीजे मिलते हैं। हालांकि, किसी भी प्रकार की दृष्टि सुधार सर्जरी से पहले अपने डॉक्टर से सभी संभावित जोखिमों और फायदों पर चर्चा करना जरूरी है।

क्या आप भी आँखों की समस्याओं से परेशान है?

निष्कर्ष Conclusion In Hindi

कुल मिलाकर 40 साल से ज्यादा उम्र के लोगों में दृष्टि सुधार के लिए 40 के बाद लेसिक सुरक्षित और प्रभावी तरीका है। इसके जोखिम आमतौर पर बहुत मामूली होते हैं और आपके डॉक्टर द्वारा आसानी से प्रबंधित किया जा सकता है। अगर आप 40 के बाद लेसिक पर विचार कर रहे हैं, तो एक योग्य नेत्र रोग विशेषज्ञ से परामर्श करना सुनिश्चित करें। इससे आपको यह सुनिश्चित करने में मदद मिल सकती है कि आप लेसिक की सर्जिकल प्रक्रिया के लिए अच्छे उम्मीदवार हैं।

इससे संबंधित ज्यादा जानकारी या मार्गदर्शन के लिए आप आई मंत्रा से संपर्क कर सकते हैं। यह प्लेटफॉर्म आपकी आंखों के लिए सबसे एडवांस सर्जिकल विकल्प प्रदान करता है, जिसमें पीआरकेफेम्टो लेसिकस्माइल सर्जरीस्टैंडर्ड लेसिक और कॉन्ट्यूरा विजन शामिल हैं। अगर आपके पास लेसिक सर्जरीलेसिक सर्जरी की कीमत और लेसिक सर्जरी की प्रक्रिया को लेकर कोई सवाल हैं, तो हमें +91-9711116605 पर कॉल करें। आप हमें eyemantra1@gmail.com पर ईमेल भी कर सकते हैं।

Rekha

Recent Posts

विज़ियन आईसीएल: फायदे और दुष्प्रभाव – Visian ICL: Benefits And Side Effects In Hindi

विज़ियन आईसीएल क्या है - What Is Visian ICL In Hindi विज़ियन आईसीएल लेंस का…

2 years ago

आंखों की लेजर सर्जरी के बाद उम्मीद – Expectation After Laser Eye Surgery In Hindi

लेजर सर्जरी क्या है - What Is Laser Surgery In Hindi आमतौर पर लोग आंखों…

2 years ago

Hyperopia Farsightedness- Everything You Need To Know About

Hyperopia, also known as farsightedness, is a condition that affects how well you can see…

2 years ago

मुंबई में आरएलई सर्जरी डॉक्टर – RLE Surgery Doctor In Mumbai In Hindi

आरएलई सर्जरी क्या है - What Is RLE Surgery In Hindi मुंबई में आरएलई सर्जरी…

2 years ago

What to Expect After Laser Eye Surgery

If you are considering laser eye surgery, you may be wondering what to expect afterward.…

2 years ago

अहमदाबाद में सर्वश्रेष्ठ आरएलई डॉक्टर – Best RLE Doctor In Ahmedabad In Hindi

आरएलई सर्जरी क्या है - What Is RLE Surgery In Hindi अहमदाबाद में सर्वश्रेष्ठ आरएलई…

2 years ago